भाजपा ने केदारनाथ उपचुनाव को विकास, विरासत और देवभूमि स्वरूप को चुनने वाला बताया
देहरादून। भाजपा ने केदारनाथ उपचुनाव को विकास विरासत और देवभूमि स्वरूप को चुनने वाला बताया है। वहीं जिनको बद्रीनाथ सीट के नतीजों में सनातन की हार दिखती थी उन्हें केदारघाटी की जनता अवश्य सबक सिखाएगी। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मीडिया के लिए जारी बयान में तमाम कांग्रेस नेताओं की केदार बाबा से चुनाव में आशीर्वाद मिलने को उनका भ्रम और गलतफहमी करार दिया है। क्योंकि जो न्यायालय जाकर श्री केदार धाम में कायाकल्प करने वाले विकास कार्यों को रोकना चाहते हों, जो बाबा के भक्तों के दान पर जानबूझ कर झूठे आरोपों से पावन धामों के प्रति विश्वास समाप्त करना चाहते हों, जिन्हें केदारघाटी की सुरक्षा से ज्यादा बाहरी अपराधी तत्वों के व्यापार की चिंता हो, उन्हें किसी भी हालत में बाबा केदार माफ नहीं करने वाले हैं और घाटी में रहने वाले सभी भक्त चुनाव में अवश्य सबक सिखाएंगे।
उन्होंने पलटवार कर कहा, जिन्होंने 2013 की केदार आपदा के बाद पुनर्विकास के कार्यों में गिद्धों की भांति भ्रष्टाचार किया, प्रभावित जनता त्राहिमान कर रही थी और तत्कालीन सीएम हरदा आपदा के पैसों पर धाम में नाच गाने में तल्लीन थे । वहीं जिस कांग्रेस प्रत्याशी के लिए आज हरदा, बाबा का आशीर्वाद मांग रहे हैं उनपर श्री केदारपुरी का नया रास्ता खोजने के लिए जनता की गाढ़ी कमाई के लाखों रुपए उन्होंने लुटाए थे। वहीं विशेषज्ञ भी मानते हैं इस बार भी 2013 जैसी आपदा आई लेकिन धामी सरकार की प्रबंधन से वहां जानमाल की हानि न्यूनतम रही। यात्रा व्यवस्था और श्री केदार धाम के प्रति भक्तों का विश्वास पहले से अधिक सुदृढ़ बढ़ा है, जिसका नतीजा है कि कपाट बंद होने के समय तक भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। केदार घाटी की जनता अच्छी तरह जानती है कि उनके सुख दुख की घड़ी में कौन व्यक्ति और पार्टी हमेशा साथ खड़ी रही है। लिहाजा पावन धामों से जुड़ी सीटों पर अपनी चुनावी जीतों को सनातन की हार बताने वालों को केदारवासी करारा सबक सिखाएंगे।