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की महिलाओं और युवाओं के हितों के लिए हमेशा आवाज़ उठायी है : भावना पांडे

देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड में सत्ता में रही भाजपा और कांग्रेस की सरकारों से जनता परेशान हो चुकी है। ख़ासतौर पर राज्य की महिलाओं और युवाओं को इन सरकारों के कार्यकाल के दौरान काफी मुश्किलें झेलनी पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की महिलाओं और युवाओं को ध्यान में रखते हुए व उनके हितों के लिए उन्होंने हमेशा आवाज़ उठायी है।

मीडिया से बातचीत के दौरान भावना पांडे ने कहा कि पिछले 22 वर्षों में राज्य की जनता भाजपा और कांग्रेस जैसे दलों से परेशान हो चुकी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस ने बीते 22 वर्षों में प्रदेश की जनता को सिर्फ छलने का ही काम किया है। उन्होंने कहा कि आज तमाम महिलाएं एवँ बेरोजगार युवा सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं, धरने दे रहे हैं वहीं पहाड़ों में महिलाओं की स्थिति दयनीय बनी हुई है किंतु सरकार इनकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझती।

जेसीपी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि राज्य की आम जनता के दुःख-दर्द व पीड़ा को दूर करने के लिए वे लम्बी लड़ाई लड़ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखंड की बेटी हैं, उत्तराखंड को बचाने आई हैं और इतिहास बनाने आई हैं। उन्होंने कहा कि जिस अवधारणा को लेकर उत्तराखंड राज्य की मांग की गई थी वो सपनों का उत्तराखंड हमें आजतक नहीं मिल पाया। आज भी उत्तराखंड से भारी संख्या में पलायन हो रहा है। पहाड़ों में बिजली, पानी, सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं का आज भी अभाव है तथा महिलाओं की हालत दयनीय बनी हुई है।

भावना पांडे ने उत्तराखंड सरकार की नीतियों पर अपने ही अंदाज़ में कटाक्ष करते हुए इन नीतियों को जनविरोधी बताया। साथ ही सरकार द्वारा चलाई गई कुछ योजनाओं को फिजूलखर्ची करार दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का पढ़ा-लिखा युवा रोजगार मांग रहा है किंतु सरकार उसे दरांती और घांस थमा रही है। उन्होंने कहा कि ये वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है कि उत्तराखंड के युवाओं को अपने हक़ के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है, जबकि बाहरी राज्यों के लोगों को धड़ल्ले से नौकरियां बेचीं जा रही हैं। आज राज्य के अधिकांश महत्वपूर्ण पदों पर बाहरी लोग काबिज़ हैं लेकिन सरकार को राज्य के बेरोजगार युवाओं कि जरा भी फिक्र नहीं है। प्रदेश में हुए भर्ती घोटाले इसी का उदाहरण है।

क्षेत्रीय दलों के मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल के पास राज्य हित में बहुत कुछ करने का अवसर था किंतु वो कुछ कर नहीं पाई। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के क्षेत्रीय दल न तो अच्छे लोगों को ही जोड़ पाते हैं और न ही जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर आगे आ पाते हैं। उन्होंने कहा कि वे पिछले काफी समय से जनहित के मुद्दों को सामने लाती रहीं हैं साथ ही राज्य के बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के हितों के लिए कार्य करती रही हैं। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि उत्तराखंड के हित के लिए राज्य की महिलाओं और युवाओं को एकजुट होना पड़ेगा, तभी राज्य का भला हो पाएगा।

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