उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने राज्य की महिलाओं की दुर्दशा पर जताया रोष
देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, उत्तराखंड की बेटी, प्रसिद्ध जनसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने देवभूमि उत्तराखंड में महिलाओं की मौजूदा स्थिति पर चिंता ज़ाहिर करते हुए राज्य की महिलाओं की दुर्दशा पर रोष जताया है।
देवभूमि की बेटी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड में महिलाओं की हालत बेहद दयनीय है। बीते 22 वर्षों के दौरान भाजपा और कांग्रेस की सरकारों ने प्रदेश की महिलाओं के हित के लिए कुछ भी नहीं किया। जिस वजह से आज भी राज्य की महिलाएं खुद को उपेक्षित महसूस करतीं हैं।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने प्रदेश की महिलाओं की पीड़ा बयां करते हुए कहा कि पहले तो सरकार महिलाओं के हित में कोई योजना बनाती ही नहीं है और कभी कोई योजना सरकार लागू करती भी है तो उस योजना का लाभ महिलाओं को नहीं मिल पाता है।
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— Bhawana Pandey (@officeBhawana) October 20, 2022
जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि ये बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि जिन महिलाओं ने पृथक उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर आंदोलन किया, लंबी लड़ाई लड़ी और अनेकों कुर्बानियां दी आज उन महिलाओं के साथ ही अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की महिलाओं व आम जनता को सुविधाओं के नाम पर सिर्फ मूर्ख बनाया जा रहा है।
जेसीपी मुखिया भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ों में आज भी महिलाएं कठोर एवं संघर्षों से भरा जीवन जीने को विवश हैं। सुविधाओं के अभाव में महिलाओं को पीने के पानी व पशुओं के चारे के लिए मीलों चढ़ाई चढ़नी पड़ती है, वहीं जंगली जानवरों का भय भी बना रहता है। उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण, बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ और मातृशक्ति के हित के बड़े-बड़े दावे करने वाली भाजपा और कांग्रेस की सरकारों ने उत्तराखंड की महिलाओं को हाशिये पर धकेल दिया है। ये वाकई दुःखद एवँ शर्मनाक है।