समस्त देशवासियों को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं : भावना पांडे
देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केन्द्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने समस्त देशवासियों को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
इस अवसर पर जारी अपने संदेश में जनसेवी भावना पांडे ने कहा- समस्त देशवासियों को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ की हार्दिक बधाई। मतदान हमारा अधिकार ही नहीं परम कर्तव्य भी है। आइए हम सब विशेष कर युवा जो पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर संकल्प लें कि हम राष्ट्रहित में शत-प्रतिशत मतदान कर अपने लोकतंत्र को और मजबूत करेंगे।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि 25 जनवरी को देश में हर साल मतदाता दिवस मनाया जाता है। देश में लोकतांत्रिक नींव रखने के लिए वहां के लोगों का मतदान करना बहुत जरूरी होता हैं। देश और भारत निर्वाचन आयोग आज 13 वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है। आजादी के बाद से 26 जनवरी 1950 में देश में संविधान लागू हुआ था। भारत में 18 वर्ष की आयु के बाद हर आयु और लिंग के लोगों को मतदान का अधिकार है।
वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि भारतीय संविधान में हर नागरिकों को कुछ अधिकार है जिसमें से एक है मतदान का अधिकार। देश में हर पांच साल में मतदान होते हैं। इसके साथ ही भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां जनता से, जनता के लिए और जनता का शासन होता है। वोटरों को मतदान के लिए जागरूक करने हेतु हर वर्ष जनवरी माह में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि साल 2011 में तात्कालिक राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटिल ने पहली बार 25 जनवरी को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ मनाने की शुरुआत की थी, जिसके बाद से हर साल भारत में 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। देश और भारत निर्वाचन आयोग आज 13 वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि वर्ष 1947 में भारत की आजादी के तीन साल बाद 1950 में 26 जनवरी को देश का संविधान लागू किया गया था। जिसके एक दिन पहले यानी 25 जनवरी 1950 को चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी, जिस वजह से आज यानी भारत के चुनाव आयोग के स्थापना दिवस के दिन ही राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने का फैसला लिया गया। 25 जनवरी के दिन राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने का यही मुख्य कारण है।