Uttarakhand

सड़क सुरक्षा सामूहिक जिम्मेदारीः पदमश्री डॉ. बीके संजय

देहरादून,। राजनीतिक शास्त्र विभाग हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला द्वारा व्याख्यान कराए गए। जिसमें संजय ऑर्थाेपीडिक स्पाइन एवं मेटरनिटी सेंटर देहरादून के डॉ. गौरव संजय एवं पद्मश्री डॉ बीकेएस संजय रहे। जिसका विषय सड़क दुर्घटना जन जागरूकता का था। डॉ. गौरव संजय ऑर्थाेपीडिक एवं स्पाइन सर्जन रहे साथ में समाजसेवी महेश कुमार कोहली की भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत राजनीतिक शास्त्र विभाग के प्रो हरीश कुमार ठाकुर के स्वागत अभिभाषण के साथ हुई। उन्होंने पद्मश्री डॉ बीके संजय, डॉ गौरव संजय और महेश कुमार कोहली का स्वागत अभिनंदन किया और उन्हें सम्मानित भी किया। उसके बाद ऑर्थाेपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डॉ गौरव संजय जी ने अपना वक्तव्य रखा। जिसमें उन्होंने सड़क दुर्घटना से होने वाली समस्याओं एवं सड़क दुर्घटनाओं दुर्घटनाएं क्यों होती है?, कैसे होती है? इन सभी बिंदुओं पर उन्होंने प्रकाश डाला साथ ही उन्होंने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को बताया कि सड़क दुर्घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है। इसके बारे में भी विस्तार से बताया।
उसके बाद पद्मश्री डॉ. बी. के. एस. संजय ने अपना संबोधन कहा कि वह पिछले 25 सालों से सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चला रहे हैं। जिसके अंतर्गत उन्होंने 200 से भी ज्यादा संस्थानों में अपने विचारों को साझा किया है। इससे पहले उन्होंने  30 अप्रैल 2025 को उत्तराखंड राजभवन में अपना सड़क सुरक्षा जागरूकता संगोष्ठी का भी आयोजन कर चुके हैं जिसके मुख्य अतिथि उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह जी थे। इन्होंने आज के आज के कार्यक्रम के  दौरान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला में आए हुए छात्र-छात्राओं को बताया कि हम कैसे मानव जीवन को अच्छा बना सकते हैं,अपने व्यवहार से और अपने शब्दों से। हम अपने जीवन को कैसे खुशहाल बना सकते हैं उन्होंने वक्तव्य में मानवता के अलग-अलग पहलुओं को उजागर कियाऔर उन्होंने कहा कि हम कैसे सड़क दुर्घटनाओं से बच सकते हैं। डॉ. संजय ने एक पुस्तक भी लिखी है इसका शीर्षक है उपहार संदेश का और इसके साथ ही डॉ. बी. के. एस. संजय और डॉ. गौरव संजय ने संयुक्त रूप से दो पुस्तके भी प्रकाशित की है जिसका शीर्षक है फ्रॉम द पेन ऑफ सर्जनस  एवं भारत में सड़क दुर्घटनाएं। इन पुस्तकों में बताया गया है कि सड़क दुर्घटनाएं क्यों होती है? उनसे कैसे बचा जा सकता है? उसके बाद महेश कुमार कोहली ने अपना वक्तव्य रखा और सभी प्रतिभागियों से अपील की कि हमें सड़क यातायात नियमों का पालन करना चाहिए इस व्याख्यान में राजनीतिक शास्त्र विभाग के डॉ. विकास सिंह, डॉ भावना, डॉ. मिनी पाठक डोगरा, और प्रो. हरीश कुमार ठाकुर जी उपस्थित रहे।

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