Uttarakhand

सिर पर ऊंनी टोपी गले पर मफलर लपेटे मुख्यमंत्री धामी सर्किट हाउस से सुबह की सैर पर निकल पड़े

चंपावत:  शुक्रवार का दिन। पिछले तीन-चार दिनों की तरह शुष्क मौसम। दिन में भले अच्छी धूप खिल रही है, लेकिन 1615 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चंपावत की सुबह-शाम अभी ठंडक लिए हुए है। सुबह के छह बजकर 48 मिनट हुए हैं। तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास। पौ फटने को है।

सिर पर ऊंनी टोपी, गले पर मफलर लपेटे व ट्रेक सूट पहने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सर्किट हाउस से सुबह की सैर पर निकल पड़े। धामी ने कदम नापने शुरू किए। लालिमा लिए सूर्यदेव की पहली किरण धरती पर पड़ने लगी  धामी के कदम ठहर पड़े और हाथ जुड़े। सूर्यदेव को नमस्कार करते हुए अच्छे दिन की प्रार्थना कर कदम फिर चल पड़े।

सीएम धामी नित्यानंद जोशी की चाय की दुकान पर पहुंचे

ब्लाक रोड से आगे बढ़ते हुए सीएम धामी नित्यानंद जोशी की चाय की दुकान पर पहुंचे। नमस्कार करते हुए कहा- पंडित ज्यू पैलाग। आशीर्वाद कहते हुए जोशी ज्यू ने पूछा- और कस छौ? काछै ड्यूटी? पंडित ज्यू न पछ्यांण नहा कि? अब कुछ मुस्कुराते हुए जोशी जी बोले- देख न्याक तो लाग नौछा, पछ्यांण न। तब किसी ने कहा ये सीएम साहब हैं। साथ में पुलिस का जवान न कोई अफसर।

इस सादगी को देख 53 वर्षीय नित्यानंद जोशी को भरोसा नहीं हुआ कि मुख्यमंत्री उनके यहां चाय पीने पहुंचे हैं। तब धामी ने कुशल लेते हुए पूछा-कस छौ? कस चलि रौछ काम-काज? हाथ जोड़े व चेहरे पर चमक बिखेरे पंडितजी अब आत्मविश्वास से भरे हैं। कह रहे हैं- 25 साल से चाय की दुकान लगा रहा हूं। सब ठीकै चलि रौछ। अब आगे बढ़ने की बारी है। धामी ने पूछा- गुरु कतुक डबल भ्यान? गुरु न रुपये बता पा रहे हैं, न रुपये लेने का साहस जुटा पा रहे हैं। घर आए मेहमान को चाय पिलाने की परंपरा जो अपने समाज में कायम है।

खैर, धामी ने 100 रुपये का नोट काउंटर पर रखा और हाथ जोड़ विदा ली। कुछ आगे बढ़ने पर घर के बाहर खड़े सात वर्षीय रियांश से बात करते हुए नाम, स्कूल पूछा। नागनाथ वार्ड होते हुए गुजरते धामी ने पानी भरतीं महिलाओं से पेयजल स्थिति के बारे में पूछा। महिलाओं ने बताया कि नल पर नियमित पानी आ रहा है। मुख्य बाजार से निकलते हुए व्यापारियों से बात करते, हाल लेते हुए आगे बढ़ गए।

करीब साढ़े तीन किमी चलने के बाद धामी गोरलचौड़ मैदान आ गए हैं। मैदान पर बच्चे क्रिकट का अभ्यास कर रहे हैं। बच्चों ने अपने सीएम को पहचानने में पल भर की देरी नहीं की। धामी ने बच्चों को खेलों के लिए प्रोत्साहित किया। उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद देते हुए बोले, खुले मैदान को जल्द ही स्टेडियम का रूप दिया जाएगा। इससे प्रेक्टिस अच्छे से हो सकेगी। बच्चे उत्साहित हैं। एक घंटे घूमने के बाद सीएम अब सर्किट हाउस के लिए लौट गए हैं।

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