डीजल विक्रम-आटो हटाये जाने के विरोध में फूंका सरकार का पुतला
ऋषिकेश। विक्रम टैम्पो महासंघ ने उत्तराखंड शासन के डीजल चलित विक्रम/आटो को हटाये जाने के निर्णय के विरोध मे सोमवार को प्रदेश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए सरकार का पुतला फूंका।
ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर स्थित विक्रम टैम्पो महासंघ कार्यालय के समक्ष पुतला दहन किया गया। इससे पूर्व उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए महासंघ अध्यक्ष मंहत विनय सारस्वत ने कहा की जब तक सरकार हमारी समस्त मांगें नहीं मान लेती तब तक उत्तराखंड विक्रम टैम्पो महासंघ सरकार की गलत नीतियों के विरोध में आंदोलन जारी रखेगा।
पूरे प्रदेश में फूकें जा रहे हैं सरकार के पुतले
महंत विनय सारस्वत ने कहा कि इस कड़ी में पूरे उत्तराखंड प्रदेश में सरकार की गलत नीतियों (डीजल के आटो- विक्रम को सड़कों से हटाने) के विरोध में सरकार को जगाने के लिए लिए आज पूरे प्रदेश में पुतले फूकें जा रहे हैं।
वहीं मुनिकीरेती विक्रम यूनियन के अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि सरकार छोटे परिवहन व्यवसायों को कुचलने का प्रयास कर रही है। उत्तराखंड विक्रम टैम्पो महासंघ की ओर से पिछले दिनों विधान सभा घेराव के बाद भी सरकार गम्भीर नजर नहीं आ रही है। सरकार अपनी गलत नीतियों को जब तक वापस नहीं लेती है, तब तक आन्दोलन जारी रहेगा।
पुतला दहन करने वालों में गढ़वाल विक्रम टैम्पो वैलफेयर ऐसोसिएशन के उपाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह सजवाण, कोषाध्यक्ष हरिमोहन टीटु, रामझूला विक्रम यूनियन के महामंत्री पंकज वर्मा, तपोवन लक्ष्मण झूला विक्रम यूनियन के अध्यक्ष त्रिलोक भंण्डारी, महासचिव अरूप कुमार, देवभूमि आटो रिक्शा यूनियन ऋषिकेश अध्यक्ष राजेन्द्र लाम्बा, महासचिव बेचन गुप्ता, नटराज आटो यूनियन सोहन गौनियाल, संजय आर्य, सुभाष आदि मौजूद थे।
डोईवाला चौक पर प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली
डोईवाला में भी 10 साल पुराने डीजल वाहनों को हटाने के विरोध में डोईवाला विक्रम एसोसिएशन से जुड़े तमाम विक्रम चालकों व मालिकों ने विक्रम यूनियन स्टैंड से लेकर डोईवाला चौक पर प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली।
इस दौरान उत्तराखंड सरकार का पुतला फूंका गया। ट्रक यूनियन के अध्यक्ष गौरव चौधरी ने कहा कि सरकार रोजगार देने की बजाय रोजगार छीनने का कार्य कर रही है। एसटीए की बैठक में लिए गए इस निर्णय से सैकड़ों विक्रम चालक बेरोजगार हो जाएंगे।
गन्ना समिति के अध्यक्ष मनोज नौटियाल व विक्रम यूनियन के अध्यक्ष प्रताप यादव ने सरकार के इस निर्णय की निंदा करते हुए इसका विरोध करने का ऐलान किया। इस मौके पर तमाम विक्रम चालक व मालिक मौजूद रहे।