Uttarakhand

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने दी राष्ट्रीय कैडेट कोर दिवस की शुभकामनाएं

देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने राष्ट्रीय कैडेट कोर दिवस के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर (एन.सी.सी) आज अपना 74वां स्थापना दिवस मना रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा यह गणवेशधारी युवा संगठन 1948 में स्थापित हुआ था। एन.सी.सी. दिवस पर कैडेट आज समूचे देश में मार्च पास्ट, सांस्कृतिक गतिविधियों और सामाजिक विकास के कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। युवाओं में राष्ट्रीयता, नेतृत्व क्षमता व सेवा भाव का संचार कर रहे ‘राष्ट्रीय कैडेट कोर’ के स्थापना दिवस पर सभी कैडेट्स और कार्मिकों को हृदय से बधाई।

जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि ‘राष्ट्र निर्माण’ की यह साधना अनवरत अपने लक्ष्य को प्राप्त करती रहे, यही कामना है। राष्ट्रीय कैडेट कोर दिवस पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। एकता और अनुशासन की अद्भुत मिसाल यह छात्र सेना युवाओं को कल के जिम्मेदार नागरिक बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। अनुशासन, साहसिक व निःस्वार्थ सेवा के लिए एन सी सी की भूमिका समाज सेवा के लिए महत्वपूर्ण हैं।

उन्होंने कहा कि गत कुछ वर्षों से एनसीसी का काफी विकास हुआ है। वर्दीधारी युवा राष्ट्र निर्माण से जुड़ी हर गतिविधि में योगदान देने के लिये कंधा से कंधा मिलाकर जुट जाते हैं। एनसीसी स्थापना दिवस सभी राज्यों की राजधानियों में मनाया जा रहा है, जहां कैडेट मार्च-पास्ट, सांस्कृतिक गतिविधियों और सामाजिक विकास कार्यक्रमो में हिस्सा ले रहे हैं। पुनीत सागर अभियान जैसे किसी एकल संगठन द्वारा चलाये जाने वाले सबसे बड़े स्वच्छता अभियान की तरह राष्ट्रव्यापी गतिविधि से लेकर एक भारत श्रेष्ठ भारत कैम्प, स्वच्छ भारत अभियान, हर घर तिरंगा और एक्स योगदान (कोविड राहत अभियान) तक में एनसीसी कैडटों ने हर जगह अपनी अमिट छाप छोड़ी है। हाल ही में एक लाख से अधिक कैडटों को संगठन से जोड़ने के बाद एनसीसी का विस्तार देश के तटीय और सीमावर्ती इलाकों तक हो गया है। इसके कारण इन इलाकों के युवा सशस्त्र बलों में शामिल होकर राष्ट्र निर्माण के लिये प्रेरित हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि एनसीसी चार दशकों से अंतर्राष्ट्रीय रिश्तों को बढ़ाने का मंच रहा है। इस दौरान एनसीसी ने अपने कैडटों को 25 से अधिक देशों में युवा आदान-प्रदान कार्यक्रमों के तहत शांति व एकता का दूत बनाकर भेजा। एनसीसी ने कई वर्षों तक इस कार्यक्रम के तहत 30 से अधिक देशों के कैडटों की मेजबानी की। एनसीसी की बहुआयामी गतिविधियों और विविधतापूर्ण पाठ्यक्रम में युवाओं को आत्म-विकास के अनोखी अवसर मिलते हैं। कई कैडटों ने खेल व रोमांच के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करके राष्ट्र और संगठन को गौरान्वित किया है।

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