गढ़वाल, कुमाऊं की आराध्य देवी भगवती कालिका मंदिर में 27 को आयोजित होगा मेला
अल्मोड़ा। कुमाऊं के साथ ही गढ़वाल की आराध्य देवी भगवती कालिका के धाम दुसान में 27 दिसंबर को भव्य मेला लगेगा। दोनों मंडलों की आस्था के केंद्र इस मेले में विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु मां कालिका का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं।
गढ़वाल व कुमाऊं के बीच स्थित दुसान क्षेत्र मां भगवती कालिका का धाम है। पौराणिक काल से ही यहां भव्य मेला लगता है। इस बार यहां 27 दिसंबर को भव्य मेले का आयोजन होगा। धार्मिक परंपरा के अनुसार बडियारी वंश के लोग हर तीन वर्ष में मां भगवती कालिका की जात्रा का आयोजन करते हैं, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों के लोग शामिल होने के लिए पहुंचते हैं।
मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी अजित रावत ने कहा 27 दिसंबर को यहां मेला लगेगा। 8 दिसंबर को मां भगवती के दिव्य स्वरूप न्याजा (निशाण) का कुल पुरोहितों द्वारा अनावरण होगा। इसके बाद न्याजा का पूरे क्षेत्र में भ्रमण कराया जाएगा और मां भगवती कालिका अपने भक्तों को आशीर्वाद देंगी। 19 दिनों की यात्रा के बाद 26 दिसंबर को मां भगवती अपने भीतरी स्थान कोठा में प्रवेश करेंगी। अगले दिन मां भगवती अपने मुख्य स्थान मंदिर (थौल) को प्रस्थान करेंगी।
बडियारी कुल के प्रथम व्यक्ति ने की थी मां भगवती के मंदिर की स्थापना
अल्मोड़ा। मान्यताओं के अनुसार 17 वीं शताब्दी में बडियारी कुल के प्रथम व्यक्ति स्व. ललित बडियारी ने दुसान क्षेत्र में मां भगवती कालिका के मंदिर की स्थापना की थी। आज भी उनके वंशज इस धरोहर को संभाले हैं और मां भगवती की पूजा पद्धति को आगे बढ़ा रहे हैं।