उत्तराखंड के पावन लोकपर्व “इगास बग्वाल”/बूढ़ी दीपावली के अवसर पर जनसेवी भावना पांडे ने दी शुभकामनाएं
लोकपरम्परा देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति की पहचान है। इस पवित्र परम्परा को यूँ ही कायम रखते हुए आइए हम सभी मिलकर अपना ये पावन लोकपर्व बड़े ही उमंग, उत्साह एवँ धूमधाम के साथ मनाएं।
देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने सभी को उत्तराखंड के पावन लोकपर्व “इगास बग्वाल”/बूढ़ी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
मीडिया को जारी अपने शुभकामना सन्देश में भावना पांडे ने कहा- समस्त उत्तराखंड वासियों एवँ दुनिया के कोने-कोने में बसे प्रत्येक उत्तराखंडी भाई-बहनों को सपरिवार प्रदेश के लोकपर्व “इगास बग्वाल”/बूढ़ी दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
उन्होंने कहा कि लोकपरम्परा देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति की पहचान है। इस पवित्र परम्परा को यूँ ही कायम रखते हुए आइए हम सभी मिलकर अपना ये पावन लोकपर्व बड़े ही उमंग, उत्साह एवँ धूमधाम के साथ मनाएं।
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— Bhawana Pandey (@officeBhawana) November 4, 2022
भावना पांडे ने आगे कहा- उत्तराखंड की सभ्यता, संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए “इगास बग्वाल” पर्व का मनाया जाना बेहद आवश्यक है। उन्होंने सभी से इस पर्व को मनाए जाने का आह्वान किया है, जिससे हमारी आज की पीढ़ी उत्तराखंड की संस्कृति को समझ और जान सके एवँ हमारी लुप्त होती संस्कृति व लोक त्योहारों को बचाए जा सके।
इगास पर्व के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा- दरअसल पहाड़ में दीपावली के 11 दिन बाद इगास पर्व या बूढ़ी दीपावली मनाने की परंपरा है। दीपावली के 11 दिन के बाद उत्तराखंड में इगास का पर्व मनाया जाता है। इगास को पहाड़ की संस्कृति के साथ-साथ ऐतिहासिक तथ्यों से भी जोड़ा जाता है। आज के दिन मीठे पकवान बनाकर ये पावन पर्व मनाया जाता है।