Uttar Pradesh

निर्माण कार्य की प्रगति धीमी देखकर सीएम योगी भड़के,बोले- शाकुंभरी विवि का काम समय पर पूरा नहीं हुआ तो होगी एफआईआर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया। निर्माण कार्य की प्रगति धीमी देखकर मुख्यमंत्री भड़क गए और उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजर व ठेकेदार को फटकार लगाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 जुलाई तक एकेडमिक व एडमिन ब्लाक, वीसी हाउस का कार्य कराएं पूरा न हुआ तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। लापरवाही पर कार्यदायी संस्था, प्रोजेक्ट मैनेजर व ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।

बृहस्पतिवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजकीय विमान से सरसावा एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद वह हेलीकाॅप्टर से जनता रोड स्थित मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय आए। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान एडमिन ब्लॉक, लाइब्रेरी ब्लाॅक, फैसिलिटी सेंटर, कैंटीन, गर्ल्स हॉस्टल ब्लाॅक, ब्वायज हॉस्टल ब्लाॅक, वीसी हाउस, सब स्टेशन, पुलिस चौकी, हेल्थ सेंटर, बाउंड्री वाल आदि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने विश्वविद्यालय के मॉडल का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य को निर्धारित मानकों के अनुसार गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए शीघ्र पूरा कराएं। मुख्यमंत्री ने प्रोजेक्ट मैनेजर व ठेकेदार को फटकार लगाई। उन्होंने एडमिन ब्लाॅक, प्रशासनिक भवन, वीसी हाऊस, बाउंड्री वाल, सड़क, सीवर सहित अन्य कार्यों को 15 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिरिक्त श्रमिक लगाकर कार्य में तेजी जाएं। उन्हाेंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि अब भी कार्य की प्रगति अगर धीमी रही तो ठेकेदार और प्रोजेक्ट मैनेजर के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर कार्यदायी संस्था को ब्लैक लिस्ट करें।

सीएम ने कुलपति को विश्वविद्यालय में अगले सत्र से परास्नातक की कक्षाएं प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। कहा कि विकास कार्यों में धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद में चल रही विकास संबंधी योजनाओं और जनसुनवाई प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराएं। शिक्षा के माध्यम से भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के उन्नयन में विश्वविद्यालय बेहतर योगदान देगा।

मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री बृजेश सिंह से कहा कि वह विश्वविद्यालय के कार्य पर नजर रखें। डीएम से कहा कि विश्वविद्यालय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करें, जो रोजाना की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करे। इसके साथ ही कुलपति अपने विभाग से किसी अधिकारी को लगाएं, जो प्रतिदिन विश्वविद्यालय जाकर श्रमिकों की संख्या और कार्यों का अवलोकन करें। जिलाधिकारी ने डाॅ. दिनेश चंद्रा ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि सभी निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जाएगा।

इस दौरान राज्यमंत्री जसवंत सैनी, बृजेश सिंह, मंडलायुक्त लोकेश एम. डीआईजी अजय साहनी, विधायक राजीव गुंबर, मुकेश चौधरी, देवेंद्र निम, किरत सिंह, मेयर डॉ. अजय कुमार जिलाधिकारी डाॅ. दिनेश चंद्र, एसएसपी डाॅ. विपिन ताडा, कुलपति प्रोफेसर हृदय शंकर सिंह, पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, भाजपा के प्रदेश मंत्री डाॅ. चंद्रमोहन, जिलाध्यक्ष महेन्द्र सैनी, महानगर अध्यक्ष राकेश जैन सहित लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

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