Uttarakhand

ठंड में हुआ इजाफा, राजधानी दून में गिरा पारा

देहरादून। उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में पारा गिरने से ठंड में इजाफा होने लगा है। वैसे तो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तराखंड में नहीं दिख रहा है लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय नहीं होने के बावजूद ठंड ने अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार की रात में राजधानी में न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि मैदानी क्षेत्रों में सबसे कम तापमान पंतनगर में 5.1 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से दो कम था।

राजधानी दून में अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से छह डिग्री अधिक है। दूसरी ओर मौसम विज्ञानियों ने संभावना जताई है कि आने वाले कुछ दिनों में तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज होगी, जिसके चलते ठंडक पड़ने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक 15 दिसंबर के बाद ठंडक के जोर पकड़ने के पूरे आसार हैं। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।

ठंड बढ़ने के साथ सर्दी, खांसी जुकाम, उच्च रक्तचाप का खतरा
पारा गिरने और ठंडक बढ़ने के साथ ही दून अस्पताल, कोरोनेशन और गांधी शताब्दी जैसे सरकारी अस्पतालों में सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ ही उच्च रक्तचाप के रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिला अस्पताल कोरोनेशन के वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर एनएस बिष्ट की मानें तो ओपीडी में बड़ी संख्या में सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ ही उच्च रक्तचाप के मरीज इलाज कराने आ रहे हैं।

उच्च रक्तचाप का खतरा

बकौल वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर बिष्ट ठंड के मौसम में शरीर की रक्त शिराओं में सिकुड़न हो जाती है। इससे उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। ठंडक से बचने को लेकर गर्म ऊनी कपड़े पहनने के साथ ही खुद का बचाव करें। खासकर बुजुर्गों को बहुत अधिक सावधान रहने की जरूरत है। जब तक चटक धूप न निकल जाए तब तक बुजुर्गों को घर के अंदर ही रहना चाहिए। खानपान का विशेष ध्यान रखने के साथ ही यदि बीपी की दवाइयां ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह कर के बाद ही दवाइयां लें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button