इन इलाकों में हो सकती है बर्फबारी, मैदानी क्षेत्रों में बारिश के आसार
नई दिल्ली। उत्तर भारत के इलाकों में मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। वहीं पहाड़ों पर बर्फबारी की चेतावनी के कारण सर्दी और बढ़ने वाली है। मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में मौसम शुष्क और ठंडा है और अगले 24 घंटों के दौरान ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान विभाग के एक कार्यालय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अगले 24 घंटों के दौरान मैदानी इलाकों में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है।
लेह, कारगिल, द्रास में तापमान माइनस में पहुंचा
बर्फबारी के बीच कश्मीर घाटी में तापमान में और गिरावट आई है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियसम, पहलगाम में 0.7 और गुलमर्ग में माइनस 3 डिग्री सेल्सियस रहा। लद्दाख क्षेत्र के द्रास में न्यूनतम तापमान माइनस 3.6, कारगिल में माइनस 5.6 और लेह में माइनस 4.8 रहा। वहीं जम्मू में 12.7, कटरा में 11, बटोटे में 4.4, बनिहाल में 4.8 और भद्रवाह में 4.5 न्यूनतम तापमान रहा।
पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी, दक्षिण के राज्यों में ‘मैंडूस’ चक्रवात का कहर
जहां पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का अलर्ट है, वहीं दूसरी ओर दक्षिण भारत में भी बारिश हो रही है। लेकिन बारिश की वजह चक्रवात है। साइक्लोन ‘मैंडूस’ के कहर से दक्षिण भारत के कई इलाकें प्रभावित होने की चेतावनी है। चक्रवात के खतरनाक होने के साथ ही कई शहरों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। चक्रवात के कहर के बीच कई राज्यों में आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। तमिलनाडु सरकार ने कहा कि एनडीआरएफ और राज्य सुरक्षा बल की 12 टीमों को 10 जिलों में तैनात किया गया है।
इस तूफान के आज 9 दिसंबर को चेन्नई तट से टकराने के आसार हैं। इससे तमिलनाडु के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 48 घंटों में यह तूफान खतरनाक रूप ले सकता है। इस कारण प्रभावित शहरों में स्कूल कॉलेज बंद रखे गए हैं।